WATCH 1000'S OF INDIAN SEX ADULT WEB SERIES

नए ऑफिस में चुदाई का नया मजा-1 Hindi sex stories Antarvasna

views

🔊 यह कहानी सुनें

दोस्तो, मेरा नाम फेहमिना इक़बाल है। मेरी सभी कहानियों के लिए आप सबने मेल के जरिये अपना बहुत सारा प्यार मुझे दिया.मेरी पिछली कहानीभाई बहन ने जन्मदिन का तोहफा दियाको बहुत सारे लोगों ने पसंद किया था उसके लिए सभी का खुले दिल और फ़टी चुत से धन्यवाद।हीही हीही हीही
लेकिन मैं अपने काम में इतना व्यस्त हो गयी थी कि मुझे नई कहानी लिखने का वक़्त ही नहीं मिला। बहुत लोगों ने मुझे नई कहानी लिखने को कहा था।वक़्त ही नहीं मिलता था मेरी पिछली कहानी लगभग एक साल पहले आयी थी. इस बीच ऐसा कुछ ख़ास नहीं हुआ जो मैं आप सबके साथ शेयर करती. मेरी ज़िन्दगी बिलकुल नार्मल चल रही थी।
लेकिन इस बीच एक ऐसा हादसा हुआ मेरे साथ जिसे मैं आप सबके साथ शेयर करना चाहती हूँ.तो अब मज़ा लीजिये एक नई कहानी का।
आप सभी मेरे बारे में जानते तो हैं ही। मगर अपने नये पाठकों के लिए मैं फिर से अपना परिचय दे देती हूँ। मेरा नाम फेहमिना इक़बाल है। मैं 28 साल की एक खूबसूरत लड़की हूँ। मेरा फिगर 34-28-36 है। मेरी गांड का साइज 2 इंच बढ़ चुका है जिसका श्रेय मेरे भाई साहिल को जाता है जिसने मेरी गांड मार मारकर उसका साइज बढ़ा दिया है।
चलिए तो अब आते हैं असली कहानी पर।
आप सभी जानते होंगे कि मेरे भाई साहिल ने मुझे किसी और के साथ सेक्स करने को मना किया हुआ है. लेकिन मैं उसकी बात चाह कर भी नहीं मान सकती क्यूंकि आप सभी जानते होंगे कि इस समाज में अकेली खूबसरत लड़की का रह पाना बहुत मुश्किल है.
ऊपर से अब मुझे सेक्स का इतना ज्यादा नशा हो चुका है कि मैं अपनी हवस को और ज्यादा कण्ट्रोल नहीं कर सकती। मुझे बस हर वक़्त सेक्स चाहिए होता है चाहे मुझे उसके लिए किसी के साथ कुछ भी क्यों न करना पड़े. मगर इसका मतलब यह नहीं है कि मैं रंडी बन चुकी हूँ, मैं आज भी अपनी शर्तों पर सेक्स करती हूँ.
तो कहानी पढ़ने के बाद आप सभी से विनती है कि मुझसे सेक्स करने के लिए न कहें क्यूंकि ये किसी भी कीमत पर मुमकिन नहीं है।चलिए अब कहानी पर आते हैं.
तो हुआ यूँ कि मैंने एक नई नौकरी शुरू कर दी थी जो एक बहुराष्ट्रीय कंपनी थी. गुरुग्राम में वहां आये हुए मुझे 2 महीने हो चुके थे और मुझे वहां बहुत अच्छा लगता था क्यूंकि वहां का स्टाफ बहुत अच्छा था. सब एक दूसरे की हेल्प करते थे और सभी लोग बहुत सहयोग करने वाले थे.
मेरी रिपोर्टिंग शालिनी नाम की एक लड़की को थी वो मुझसे 5 साल सीनियर थी. वो एक बहुत ही खुशमिज़ाज़ लड़की थी और हमेशा हंसने, मुस्कुराने वाली लड़की थी. उसकी उम्र 29 साल थी. वो शादीशुदा थी, उसकी शादी को 4 महीने ही हुए थे लेकिन कोई भी उसे देखकर नहीं बोल सकता था कि वो शादीशुदा थी उसका फिगर 36 28 34 था.
पहले तो वो लड़की मुझे बहुत सीधी लगी लेकिन बाद में मुझे जैसे जैसे ज्यादा टाइम बीतता गया मुझे ऑफिस के बाकी लोगों से उसके बारे में बहुत कुछ पता चलने लगा कि वो बहुत ज्यादा चालू किस्म की लड़की थी. उसने अपने बॉस के साथ सेक्स करके मैनेजर की पोस्ट हासिल की थी.
कुछ लोगों का कहना था कि वो अभी भी बॉस के साथ सेक्स करती है.
पहले तो मुझे विश्वास नहीं हुआ मगर जब वो लोग कहने लगे तो मुझे मेरे दिन याद आ गए कि किस तरह मैंने भी अपने कितने ही बॉस के साथ सेक्स करके प्रमोशन लिया था. यह सोचकर मुझे हंसी आ गयी.
हामरे साथ 1 लड़की थी तनु सिंह … वो मुझसे बोली- तुम बहुत सीधी और शरीफ लगती हो. तो इसलिए तुम्हें बोल रही हूँ कि इस शालिनी से बचकर रहना.तनु के मुँह से खुद को शरीफ सुनकर मुझे हंसी आ गयी.
फिर मैं वहाँ से चली गयी और आगे का प्लान बनाने लगी कि अब मुझे शालिनी से दोस्ती करनी पड़ेगी क्यूंकि एक वो ही लड़की थी जो मुझे इस ऑफिस में बहुत आगे तक लेकर जा सकती थी.मैंने ऑफिस में शालिनी के करीब रहना शुरू कर दिया.
इससे ऑफिस में बहुत से लोगों को जलन होने लगी. खास तौर से लड़कों को ज्यादा जलन हो रही थी क्यूंकि मैंने नोटिस किया था कि जब से मैं इस ऑफिस में आयी थी तो 2-3 लड़के हमेशा मेरे पीछे रहते थे, वो मुझ पर लाइन भी मारते थे मगर मैंने किसी को कोई भाव नहीं दिया था.
अब शालिनी के करीब आने से उनकी आखिरी उम्मीद भी ख़त्म हो गयी थी क्यूंकि शालिनी सबकी बॉस थी.
धीरे धीरे वक़्त बीतता गया, शालिनी और मैं अब और करीब आ गयी थी और हम दोनों बहुत अच्छी सहेलियां बन चुकी थी. अब हमारे बीच सेक्स की बात भी हो जाती थी.शालिनी ने मुझे बताया था कि शादी से पहले उसके बहुत सारे बॉयफ्रेंड रहे थे.
एक दिन रात को ऑफिस में सभी लोग थे. उस दिन काम ज्यादा था तो सभी रुके हुए थे.
शालिनी और मैं एक केबिन में बैठे हुए काम कर रही थी. मैंने नोटिस किया कि शालिनी बार बार तिरछी निगाहों से मुझे देख रही है.मैंने उससे पूछा तो उसने अचानक से मेरे होंठों पर छोटा सा किस किया और बाहर चली गयी.
उसके जाने के बाद मैं खुश हो गयी कि मेरा प्लान काम कर गया.
2 मिनट बाद शालिनी वापस आयी और सॉरी बोलकर काम करने लगी.फिर मैंने उसका चेहरा पकड़ा और उसे किस करने लगी. मेरे इस हमले के लिए वो तैयार नहीं थी तो उसके हाथ में जो फाइल थी वो नीचे गिर गयी. शालिनी फाइल न उठाकर मुझे किस करने लगी.अब मैं उसके बूब्स दबा रही थी और वो मेरी गांड मसल रही थी.
तभी मुझे याद आया कि हम ऑफिस में हैं तो मैं उससे दूर हो गयी.तो उसने मुझसे पूछा- क्या हुआ?तो मैंने उसे बोला- हम ऑफिस में हैं. कोई देख लेगा तो प्रॉब्लम हो जाएगी.
इस बात पर वो हंसी और मेरा हाथ पकड़कर मुझे ले जाने लगी.मैंने उससे पूछा- कहाँ लेकर जा रही हो?तो बोली- चुपचाप मेरे साथ चलती रह!
फिर वो मुझे ऐसी जगह ले गयी जहां बहुत अँधेरा था. तो उसने अपने फोन की लाइट ऑन की. फिर मुझे बताया कि ये ऑफिस का स्टोररूम है, यहाँ कोई नहीं आता.उसने मुझे अपने पास खींचा और मुझे किस करने लगी. अब मैं भी बिना किसी डर के उसका साथ दे रही थी.
फिर उसने मेरे बूब्स दबाने शुरू कर दिये और मेरी शर्ट के बटन खोलने लगी और मेरी शर्ट उतार दी. बदले मैंने भी उसकी शर्ट उतार दी. अब हम दोनों ब्रा में थी. वो ब्रा के ऊपर से ही मेरे बूब्स दबाने लगी, फिर उसने मुझे हग किया और अपने हाथ पीछे ले जाकर मेरी ब्रा खोलने लगी तो मैंने भी उसकी ब्रा उतार दी.
ब्रा उतारते ही वो मेरे बूब्स पर टूट पड़ी और बोली- मेरी जान, मेरी नज़र तुझ पर पहले दिन से ही थी. इसलिए राजीव (मेरा बॉस) से बोलकर मैंने तुझे मेरी टीम में लिया था.उसकी यह बात सुनकर मुझे हंसी आ गयी.
अब वो मेरे बूब्स बहुत ज़ोर से दबा रही थी जिस वजह से मेरी आवाज निकल रही थी तो उसने मेरे होंठों को अपने होंठों से बंद कर दिया और मुझे किस करने लगी. फिर नीचे हाथ ले जाकर मेरी जीन्स का बटन खोलने लगी तो मैंने उसे रोका और बोली- आज इतना बहुत है, बाकी सब किसी और दिन करेंगे.तो वो मान गयी और बोली- एक बार मेरी चूत चाट ले यार … बहुत आग लगी हुई है.
मैंने उसे वहीं पड़ी मेज पर लिटाया और उसकी स्कर्ट उतार दी. उसने नीचे पैंटी नहीं पहनी थी. फिर मैंने उसकी चूत चाटना शुरू कर दिया. वो पागलों की तरह आवाज निकालने लगी- आआह्ह आअह ह्ह … मेरी रांड … बहन की लोड़ी … चोद दूंगी तुझे मेरी रंडी!और 5 मिनट बाद झड़ गयी.
फिर हम दोनों अपने कपड़े ठीक करके वापस आ गयी. वापस आते हुए हमें तनु ने देख लिया तो मेरी फट गयी कि अब पता नहीं ये क्या बोलेगी.मगर वो और शालिनी एक दूसरे को देखकर हंसने लगी.
मुझे कुछ समझ नहीं आया तो मैंने शालिनी से पूछा तो वो बोली कि बाद में बताएगी.ये बोलकर वो चली गयी।
फिर अगले दिन भी हम दोनों मौका देखकर स्टोर रूम में चली गयी. वहां आज हम दोनों नंगी थी और एक दूसरे से लिपटी हुई थी कि अचानक वहां तनु आ गयी और उसने हम दोनों को ऐसे नंगी हालत में देख लिया.मेरी गांड फट गयी … मैं अपने कपड़े पहनने लगी तो तनु मेरी पैंटी छीनती हुई बोली- अभी कहाँ जा रही है मेरी जान? अभी तो पार्टी शुरू हुई है.
मैंने शालिनी की तरफ देखा तो वो हंस रही थी. मैं समझ गयी कि ये दोनों आपस में लेस्बियन हैं.तभी शालिनी बोली- ये अभी बच्ची है.यह सुन कर तनु हंसने लगी.
फिर मैंने मन में सोचा कि अब शराफत का नक़ाब हटा कर इन्हें अपना असली रूप दिखाना ही पड़ेगा. मैं ऐसे नंगी ही तनु के पास गयी और उसने बाल पकड़कर उसे किस करने लगी. मेरा यह रूप देखकर शालिनी चौंक गयी और मेरी तरफ देखने लगी.मैंने तनु की शर्ट उतार दी और उसे भी नंगी कर दिया।
अब हम तीनों नंगी थी और एक दूसरी को किस कर रही थी. तनु नीचे बैठकर मेरी चूत चाट रही थी और शालिनी मेरी गांड में उंगली कर रही थी. मैं एक हाथ से शालिनी की चूत में उंगली कर रही थी और एक हाथ से तनु का मुँह मेरी चूत में घुसा रही थी.
मैं तनु को गन्दी गन्दी गाली दिए जा रही थी, मैंने उसको बोला- बहन की लोड़ी, ठीक से चूत चाट ना … वरना तेरी माँ चोद दूंगी.और तनु भी पूरी रंडी की तरह मेरी चूत चाटने में लगी हुई थी.
तभी मैं ‘आह हह अह हहह माँ की चूत तेरी … तनु बहनचोद साली … मैं झड़ रही हूँ साली … मेरी रांड है तू मादरचोद … आअह अह्ह ह्हह … रंडी मेरी … आह ह्ह्ह अह ह्ह्ह ह्हह’ करते हुए झड़ने को हुई.फिर झड़ते हुए मैं तनु के मुँह को चोदने लगी तो मैंने सारा माल तनु के चेहरे पर निकल गया जिसे तनु ने पूरा पी लिया और बाकी बचा हुआ शालिनी ने तनु के चेहरे से चाट कर साफ़ कर दिया.
थोड़ी देर बाद फिर तनु और मैंने मिलकर शालिनी की चूत को चूसा और उसका पानी निकलवा दिया तनु और और शालिनी भी झड़ गयीं.
फिर हम तीनों वहीं नंगी पड़ी हुई सुट्टा मारने लगी.शालिनी ने बताया कि वो और तनु बहुत अच्छी सखियाँ हैं और नई लड़कियों को यहाँ लेकर उनके साथ लेस्बियन सेक्स करती हैं.
फिर शालिनी ने बताया कि वो राजीव के साथ भी यहीं सेक्स करती है. तनु भी राजीव के साथ सेक्स करती है.शालिनी ने आगे बताया- राजीव तेरे साथ भी सेक्स करना चाहता है.तो पहले मैंने साफ़ मना कर दिया और बोली- मैं सिर्फ अपने बॉयफ्रेंड के साथ सेक्स करती हूँ.
अब तनु बोली- यार, तुझे अगर यहाँ काम करना है तो उसके साथ सेक्स करना पड़ेगा. वरना वो तुझे नौकरी से निकल देगा.फिर शालिनी बोली- राजीव का लंड मस्त है, साला चुदाई में थका देता है.
यह सुनकर मेरी चूत से फिर से पानी आने लगा तो मैंने उनको सोचकर बताने को बोला. फिर हम तीनों कपड़े पहनकर वापस आ गयीं.
फिर ऐसे ही मस्ती करते करते बहुत दिन निकल गए तो एक दिन मुझे राजीव ने अपने केबिन में बुलाया.जब मैं गयी तो वो बोले- बैठो फेहमीना, मुझे शालिनी ने तुम्हारे काम के बारे में बहुत बताया है. वो तुम्हारी बहुत तारीफ कर रही थी.इतना बोलकर वो अपने सीट से उठकर मेरे पास आया और मेरे पीछे खड़ा हो गया और मेरे कंधे सहलाने लगा.
मैं समझ गयी कि इसका लंड अब खड़ा हो चुका है और अब मुझे इस हरामी की हवस पूरी करनी पड़ेगी.
कंधे सहलाते हुए वो अपना हाथ मेरे बूब्स पर ले आया और बूब्स दबाने लगा और बोला- वाह मेरी जान, क्या बूब्स हैं तेरे!
फिर उसने अचानक बूब्स दबाने बंद कर दिया और बोला- खड़ी हो जाओ!जैसे ही मैं खड़ी हुई तो बोला- आगे मेज पर कोहनी रखकर झुक जाओ.मैं ऐसे ही झुक गयी. उस दिन मैंने स्कर्ट पहनी हुई थी.
उसने जोर से मेरी गांड पर थप्पड़ मारा, मैं एआईईईई करके हल्का सा चीखी। फिर उसने ऐसे ही 2-3 थप्पड़ और लगाए. अब मुझे सच में दर्द हो रहा था मगर मैं फिर भी बर्दाश्त कर रही थी क्यूंकि ऑफिस में ऐसे किसी ने मेरे साथ कभी नहीं किया था.उसके ऐसे थप्पड़ मारने से मुझे मज़ा आने लगा था.
अचानक उसने मेरी स्कर्ट ऊपर कर दी. अब उसे मेरी पैंटी दिख रही थी, वो मेरी गांड सहला रहा था. मेरी भी हवस बढ़ती जा रही थी तो मैंने जीन्स के ऊपर से उसका लंड पकड़ लिया जो सच में अच्छा खासा बड़ा था.
फिर उसने अचानक से मेरी पैंटी उतारी और अपनी जेब में रख ली और मुझे सीधा खड़ा करके मुझे किस करके बोला- अब तुम जाओ.
मैं इससे पहले कुछ समझती … इतने में शालिनी आ गयी. राजीव ने मेरे सामने शालिनी को मेरी पैंटी दिखाई. जिसे देखकर मैं शर्मा गयी और शालिनी और राजीव दोनों हंसने लगे.
फिर शालिनी मुझे अपने साथ बाहर ले आयी.बाहर आकर मैंने शालिनी से पूछा- उसने मेरे साथ कुछ किया क्यों नहीं?तो शालिनी बोली- वो एक पक्का मर्द है, वो पहले लड़की को तड़पाता हैं, जब लड़की बर्दाश्त नहीं कर पाती तब वो उसे सही समय आने पर चोदता है.
मैंने मन में सोचा कि चलो अबकी बार इसकी सारी मर्दानगी निकालती हूँ.यह मन में सोचकर मैं घर आ गयी।
कहानी जारी रहेगी।तो दोस्तो, आप सबको मेरी चुदाई कहानी कैसी लगी? आप सब मुझे [email protected] पर मेल करके बता सकते हैं। मुझे आप सबके मेल का इंतज़ार रहेगा। और जो लोग मुझसे फेसबुक पर जुड़ना चाहते हैं वो मुझसे https://www.facebook.com/fehmina.iqbal.143 पर जुड़ सकते हैं।

Disclaimer:- Content of this Site is curated from other Websites.As we don't host content on our web servers. We only Can take down content from our website only not from original contact us for take down.

Leave a Reply